साहित्यिक यथार्थवाद वाक्य
उच्चारण: [ saahiteyik yethaarethevaad ]
उदाहरण वाक्य
- क्या आप बता सकते है की सैद्धांतिक यथार्थवाद और साहित्यिक यथार्थवाद में आप क्या संबंध देखते है?
- प्रश्न: तो क्या दार्शनिक यथार्थवाद और साहित्यिक यथार्थवाद, वस्तुनिष्ठता के किसी रूप से सम्बंधित है?
- प्रो. मोहंती: बिलकुल, दार्शनिक यथार्थवाद और साहित्यिक यथार्थवाद में स्पष्ट रूप से समानता है.
- साहित्यिक यथार्थवाद एक संदिग्ध और प्रचलित शब्द है जो कभी-कभी सामान्य रूढि़यों की तरफ इशारा करते हैं और कभी-कभी विश्लेषणात्मक उद्देश्य और गहरार्इ पर बल देते हैं.
- आपको दार्शनिक यथार्थवाद पर काम करते हुए करीब करीब दो दशक हो गए हैं, और हाल-फ़िलहाल आपने साहित्यिक यथार्थवाद के बारे में भी लिखना शुरू किया है.
- आप दिल से दार्शनिक यथार्थवादी रहते हुए भी साहित्यिक यथार्थवाद की परम्पराओं / रुढियों के साथ खिलवाड़ भी कर सकते हैं या उसके उलट भी जा सकते है.
- साहित्यिक यथार्थवाद की राजनीतिक शक्ति बहुत मात्रा में यथार्थवाद, अल्पकलिकता और मानव इतिहास के बीच के संबंधों पर निर्भर करती है और यही से हमारा प्रश्न शुरू होता है.
- क्या इस एक भाषिकतावादी दृष्टिकोण की आलोचना हिन्दी एवं उडि़या और अन्य भाषा के प्रारंभिक यथार्थवादी उपन्यासों और दक्षिणी एशियार्इ साहित्य के साहित्यिक यथार्थवाद परिक्षण की दूसरी सबसे तार्किक पद्वति है.
- प्रो. मोहंती: मै समझता हूँ कि दार्शनिक एवं सैद्धांतिक यथार्थवाद और साहित्यिक यथार्थवाद के बीच के संबंध को बेहत्तर ढंग समझने के लिए हमे अपना ध्यान इस बात पर केंद्रित करना चाहिए की ‘ ज्ञान ' के बारे इनमें से दोनों व्यक्त या अव्यक्त रूप से क्या कहते है?
- और इसकी उपलब्धि एक शोध पत्र या किताब के रूप में हो सकती है जो वर्णनात्मक बनाम विश्लेष्णात्मक यथार्थवाद के प्रश्न को और अधिक ऐतिहासिक विस्तार और गहराई से खोज सकेगी और हमलोग इस तरह के अध्ययन से, ख़ास करके भारतीय सन्दर्भ में, साहित्यिक यथार्थवाद के बारे में अधिक जान पाएंगे.
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